सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

सौन्दर्य प्रकृति-प्रदत्त वस्तु है

सौन्दर्य की कोई एक परिभाषा नहीं दी जा सकती। यह तो प्रकृति-प्रदत्त वस्तु है। कोई सुन्दर चित्र बनाने वाला चित्रकार भी बनाने से पहले यह नहीं बता सकता कि बनने वाला चित्र कितना सुन्दर होगा, सुन्दर होगा भी या कुरूप हो जाएगा। अब आप ही बता सकते हैं कि यह चित्र सुन्दर है या नहीं।

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