सोमवार, 16 दिसंबर 2013

77 दिनों बाद लालू प्रसाद जेल से निकले


-सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने का करेंगे प्रयास : लालू



-शीतांशु कुमार सहाय
रांची। अरबों रुपये के बहुचर्चित चारा घोटाले के एक मामले में सश्रम कारावास की सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की आज रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से रिहाई हो गयी है। जेल से बाहर निकलने के बाद लालू प्रसाद ने कहा कि वे हस्तिनापुर की गद्दी से सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखने का प्रयास करेंगे।
-सजा व जुर्माना
चाईबासा कोषागार से जुड़े 37.70 करोड़ रुपये के अवैध निकासी से जुड़े आरसी 20ए/96 मामले में रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने विगत 3 अक्टूबर 2013 को लालू प्रसाद समेत 44 अभियुक्तों को सजा सुनायी थी। इस मामले में सीबीआई अदालक ने लालू प्रसाद को पांच वर्ष सश्रम कारावास तथा 25लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी थी। बाद में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बाद आज रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद को 25-25 हजार रुपये के दो निजी मुचलके पर रिहाई का आदेश दिया। सीबीआई कोर्ट ने बिना अदालत की अनुमति से लालू प्रसाद के विदेश जाने पर भी रोक लगा दी है। सीबीआई की निचली अदालत से 25-25 हजार रुपये के दो निजी मुचलके पर जमानत का आदेश मिलने पर राजद विधायक दल की नेता अन्नपूर्णा देवी और विधायक संजय प्रसाद सिंह यादव जमानतदार बने,जिसके बाद आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद लालू प्रसाद दोपहर में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से बाहर निकल गये।



बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से लालू प्रसाद की रिहाई के वक्त उनके पुत्र तेजस्वी यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्र्ाी जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व सांसद प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक जर्नादन पासवान समेत अन्य नेता-कार्यकर्त्ता उपस्थित थी।
-जो जेल जाने से डरेगा, वह कुछ नहीं करेगा
जेल से बाहर निकलने के बाद लालू प्रसाद ने पत्र्ाकारों से बातचीत में कहा कि पूरे देश में घूम कर सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने के लिए लोगों को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि जेल कृष्ण भगवान की जन्मभूमि रही है, कंस का विध्वंस जेल में रहने वाले श्रीकृष्ण भगवान ने ही किया था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इतिहास की अनदेखी कर रही है, द्वारका भी श्रीकृष्ण का ही है। लालू प्रसाद ने कहा कि जेल में रहने के कारण वे विचलित नहीं हुए, जो व्यक्ति जेल जाने से डरेगा, वह कुछ नहीं करेगा, यही कारण है कि कृष्ण भगवान की जन्मस्थली में इस बार और इससे पहले मिलाकर करीब एक साल तक जीवन व्यतीत कर चुके है,लेकिन वे डिगे नहीं है।



-सीबीआई ने उनके साथ अन्याय किया
राजद प्रमुख ने कहा कि सीबीआई ने उनके साथ जितना अन्याय किया, उतना किसी के साथ नहीं हुआ होगा। लालू प्रसाद ने कहा कि अन्ना लोकपाल में न्यायपालिका को भी लाना चाहते थे, लेकिन यह न्यायपालिका के लिए घातक होता,इसलिए उन्होंने तब इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि उनका, उनके परिवार और उनकी पार्टी का न्यायपालिका के प्रति पूरी आस्था है। चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में लालू प्रसाद ने कहा कि चुनाव में हार-जीत लगा रहता है, लेकिन जिन लोगों ने दिल्ली में गलत वायदे कर जीत हासिल की, वे आज वहां सरकार बनाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे है।
-देउड़ी मंदिर में पूजा
जेल से निकलने के बाद लालू का पहला दिन पूजा-अर्चना में बीता। दोपहर लगभग तीन बजे काफिले के साथ लालू प्रसाद तमाड़ के निकट देउड़ी मंदिर पहंचे और पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि यह शक्तिपीठ है। जेल जाने से पहले उनकी इच्छा यहां आने की थी, जो आज पूरी हो गयी। बाद में मंदिर के सामने आयोजित एक सभा में उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोगों ने आरंभ से ही मुझे फंसाने का प्रयास किया। नीतीश कुमार भी इसमें शामिल थे।


-नरेंद्र मोदी पर हमला
भाजपा नेता नरेंद्र मोदी पर सीधे हमला बोलते हुये उन्होंने कहा कि वह पूंजीपतियों के नेता है और दंगा करने वाले व्यक्तित्व है। उन्होंने कहा कि देश में फिरकापरस्त ताकतों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जदयू के साथ तलाक हो जाने के बाद भाजपा और आरएसएस पस्त पड़ गये है। इस मौके पर उनके पुत्र तेजस्वी यादव, प्रदेश राजद अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह, जयप्रकाश नारायण यादव, प्रभुनाथ राय, कृष्णा यादव, अनिल सिंह आजाद के साथ बड़ी संख्या में राजद नेता और कार्यकर्ता वहां मौजूद थे। आमसभा का आयोजन तमाड़ राजद के नेताओं ने किया था, जहां लालू प्रसाद का छउ नृत्य से स्वागत किया गया।
-मजार पर चादर चढ़ायी
रांची लौटने के बाद देर शाम लालू यादव काफिले के साथ डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा की मजार पर पहंुचे और इबादत की और चादर चढ़ायी।



कोई टिप्पणी नहीं: